- सागर, रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना
- टीकमगढ़, छतरपुर, बालाघाट एवं विदिशा जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा का अलर्ट
MP Weather Update: digi desk/भोपाल/ बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने के साथ ही मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते राजधानी सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ने लगी हैं। भोपाल में शनिवार को दोपहर बाद अलग-अलग क्षेत्रों में वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात सोमवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। शनिवार-रविवार को टीकमगढ़, छतरपुर, बालाघाट एवं विदिशा जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। सागर, रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना है। भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है।
उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक खजुराहो में 123.8, नौगांव में 34, दतिया 23.4, पचमढ़ी में 21, सिवनी में 18.4, सागर में 17.8, दमोह में 12, रीवा में सात, गुना में 5.2, रायसेन में पांच, खंडवा में चार, मलाजखंड में 3.6, टीकमगढ़ में तीन, छिंदवाड़ा में 2.4, सतना में 2.3, नरसिंहपुर में दो, जबलपुर में 0.8, भोपाल में 0.6, उमरिया में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश से होकर गुजर रहा है। बंगाल की खाड़ी में सोमवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके प्रभाव से रविवार से ही प्रदेश के अनेक स्थानों पर तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। बारिश का दौर चार-पांच दिन तक जारी रह सकता है।